लम्बी उडान से अपने घोसले मे लौटी'
चिडिया से उसके बच्चो ने पूछा मां ’
आस्मान कितना बडा है ?
चिडिया ने बच्चो को पंखों मे समेटे’
हुए कहा सो जाओ मेरे बच्चो वो,
मेरे पंखॊ से छॊटा है ।
IT IS REALITY NOTHING IN
UNIVERSE IS BIGGER THAN
d SHELTER OF A MOTHER`S LEP........
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7 comments:
बहुत सही बात कही चिडिया ने माँ का साया ही दुनिया मे सब से बडा और महफूज़ है बधाई
SACH KAHA KUCH BHI MAA KI CHAYA SE BADHA NAHI HO SAKTA .... BAHOOT SUNDAR LIKHA HAI ..
माँ के आंचल में छिप जाऊँ
हरदम ऐसी प्यास रही है..
सुन लो तुम ए चाँद सितारों
मेरा तो आकाश वही है.
-समीर लाल 'समीर'
(ईमेल तो करो कि किताबों का क्या हुआ)
बहुत सुंदर भाव। आभार।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को उन्नति पथ पर ले जाएं।
Wah sanju bhai wah
इष्ट मित्रों एवम कुटुंब जनों सहित आपको दशहरे की घणी रामराम.
kam shbdo me puri mmta bhardi aapne
abhar
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